11 सुविचार जिसे अपनी जिंदगी में अपनाने से आप अपनी जिंगदी बदल सकते है और मनचाही सफलता पा सकते है
[1] = जो मनुष्य अपने क्रोध को अपने ही ऊपर झेल लेता है, वह दूसरों के क्रोध से बच जाता है.
[2] = प्रतिभा अपनी राह स्वयं निर्धारित कर लेती है और अपना दीप स्वयं ले चलती है. – विल्मट.
[3] = प्रतिभावान व्यक्ति यदि नष्ट होता है, तो बहुधा अपने ही द्वारा नष्ट होता है. – जानसन.
[4] = यदि तुम चाहते हो कि दुसरे तुम्हारी प्रशंसा करें, तो पहले तुम दूसरों की प्रशंसा करना सीखो. – एमर्सन.
[5] = एक बार यदि आपने कोई दावा कर दिया तो आपको उसे निभाने के लिए कड़ी महेनत और अनुशासन की जरुरत होती है.
[6] = चरित्र को कभी आसानी से और शांति से विकसित नही किया जा सकता. बल्कि मुश्किलों का अनुभव और मुसीबतों को सहकर, साफ़ दृष्टी रखकर, उच्च विचार रखकर और सफलता प्राप्त करके ही इसे हासिल किया जा सकता है.
[7] = यदि आप कोशिश करते हो और कुछ भी हासिल नहीं होता तो उसमे आपकी कोई गलती नही है. लेकिन यदि आप जरा भी कोशिश नही करते और हार जाते है तो उसमे पूरी आप ही की गलती है. –Orson Scott Card
[8] = जब मै सफल लोगो से मिला तो उन्हें प्रश्न किये की वे अपनी सफलता में किसे शामिल करना चाहते है ? जवाब था – कठिन महेनत और अच्छे लोग. -Kiana Tom
[9] = व्यायामशाला में आपके द्वारा किये गये अंतिम 3-4 प्रयासों पर ही आपके मासपेशीयो की ताकत निर्भर करती है. उस समय होने वाली तकलीफ ही आपको भविष्य में विजेता बना सकती है. लेकिन बहोत से लोगो को दर्द सहने की आदत नही होती और इसी वजह से वे पीछे रह जाते है.
[10] = जब तक आपका सामना आपकी सबसे बड़ी कमजोरी से नही हो जाता तब तक आपको अपनी सबसे बड़ी ताकत के बारे में पता नही चलता.
[11] = केवल थोड़े से कुकर्म, बहुत से गुणों को दूषित करने में समर्थ होते हैं. -प्लूटार्क
[1] = जो मनुष्य अपने क्रोध को अपने ही ऊपर झेल लेता है, वह दूसरों के क्रोध से बच जाता है.
[2] = प्रतिभा अपनी राह स्वयं निर्धारित कर लेती है और अपना दीप स्वयं ले चलती है. – विल्मट.
[3] = प्रतिभावान व्यक्ति यदि नष्ट होता है, तो बहुधा अपने ही द्वारा नष्ट होता है. – जानसन.
[4] = यदि तुम चाहते हो कि दुसरे तुम्हारी प्रशंसा करें, तो पहले तुम दूसरों की प्रशंसा करना सीखो. – एमर्सन.
[5] = एक बार यदि आपने कोई दावा कर दिया तो आपको उसे निभाने के लिए कड़ी महेनत और अनुशासन की जरुरत होती है.
[6] = चरित्र को कभी आसानी से और शांति से विकसित नही किया जा सकता. बल्कि मुश्किलों का अनुभव और मुसीबतों को सहकर, साफ़ दृष्टी रखकर, उच्च विचार रखकर और सफलता प्राप्त करके ही इसे हासिल किया जा सकता है.
[7] = यदि आप कोशिश करते हो और कुछ भी हासिल नहीं होता तो उसमे आपकी कोई गलती नही है. लेकिन यदि आप जरा भी कोशिश नही करते और हार जाते है तो उसमे पूरी आप ही की गलती है. –Orson Scott Card
[8] = जब मै सफल लोगो से मिला तो उन्हें प्रश्न किये की वे अपनी सफलता में किसे शामिल करना चाहते है ? जवाब था – कठिन महेनत और अच्छे लोग. -Kiana Tom
[9] = व्यायामशाला में आपके द्वारा किये गये अंतिम 3-4 प्रयासों पर ही आपके मासपेशीयो की ताकत निर्भर करती है. उस समय होने वाली तकलीफ ही आपको भविष्य में विजेता बना सकती है. लेकिन बहोत से लोगो को दर्द सहने की आदत नही होती और इसी वजह से वे पीछे रह जाते है.
[10] = जब तक आपका सामना आपकी सबसे बड़ी कमजोरी से नही हो जाता तब तक आपको अपनी सबसे बड़ी ताकत के बारे में पता नही चलता.
[11] = केवल थोड़े से कुकर्म, बहुत से गुणों को दूषित करने में समर्थ होते हैं. -प्लूटार्क
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